मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना 2025: बच्चों के दिल का मुफ्त इलाज, जानिए पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना 2025 के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को हृदय रोग का मुफ्त इलाज मिलेगा। जानिए योजना की पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज।

सूत्र: राजस्थान सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://sje.rajasthan.gov.in , एवं संबंधित स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट्स व समाचार पोर्टल्स।

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना 2025 – बच्चों के दिल को जीवनदान

भारत में हर साल हजारों बच्चे जन्मजात या बाद में विकसित हुए हृदय रोगों से पीड़ित होते हैं। महंगा इलाज और सीमित संसाधनों के कारण गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए हृदय रोगों का उपचार कराना एक चुनौती बन जाता है। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने “मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना 2025” की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत 0 से 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को मुफ्त हृदय इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है, ताकि हर बच्चा स्वस्थ जीवन जी सके।

मुख्य उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य है आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बच्चों को हृदय से संबंधित जटिल बीमारियों के इलाज के लिए वित्तीय सहायता देना और उन्हें जीवनदान प्रदान करना। योजना के तहत बच्चों की जाँच, सर्जरी, इलाज और बाद की देखभाल तक सब कुछ निःशुल्क किया जाता है।

योजना की विशेषताएं

  • 0 से 15 वर्ष तक के बच्चों का मुफ्त हृदय इलाज
  • राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पतालों में इलाज की सुविधा
  • ECG, Echo, Angiography जैसी जांचें मुफ्त
  • जरूरत पड़ने पर Cardiac Surgery निःशुल्क
  • पुनः जांच और फॉलोअप भी योजना के अंतर्गत शामिल

कौन-कौन से रोग कवर किए जाते हैं?

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख हृदय संबंधी रोगों का निःशुल्क इलाज किया जाता है:

  • Congenital Heart Disease (जन्मजात हृदय रोग)
  • Ventricular Septal Defect (VSD)
  • Atrial Septal Defect (ASD)
  • Patent Ductus Arteriosus (PDA)
  • Heart Valve Disease
  • Complex Cyanotic Heart Disease
  • Arrhythmias (अनियमित धड़कन)

योजना का लाभ किसे मिलेगा?

  • राजस्थान राज्य के स्थायी निवासी
  • बच्चे की उम्र 0 से 15 वर्ष के बीच हो
  • परिवार की वार्षिक आय निर्धारित सीमा से कम हो (₹2.5 लाख तक)
  • बच्चे को गंभीर हृदय रोग हो जिसका इलाज आवश्यक हो

जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड (बच्चा और माता-पिता)
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
  • मेडिकल रिपोर्ट/पर्चा जिसमें बीमारी का उल्लेख हो
  • पासपोर्ट साइज फोटो

कैसे करें आवेदन?

  1. राजस्थान के सरकारी अस्पताल से डॉक्टर की सलाह लें
  2. मेडिकल जांच के बाद योजना के अंतर्गत आवेदन के लिए चिकित्सक प्रमाण पत्र लें
  3. आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन स्थानीय CMHO ऑफिस में जमा करें
  4. फॉर्म की जांच के बाद बच्चे को अधिकृत अस्पताल भेजा जाएगा
  5. सरकार द्वारा स्वीकृति मिलने पर मुफ्त इलाज किया जाएगा

राज्य के मान्यता प्राप्त अस्पताल

  • एसएमएस हॉस्पिटल, जयपुर
  • जेके लोन हॉस्पिटल, जयपुर
  • फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल
  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) – जोधपुर
  • अन्य सरकारी और निजी अस्पताल जो योजना से जुड़े हैं

योजना की फंडिंग और बजट

राजस्थान सरकार हर साल इस योजना के लिए करोड़ों रुपये का बजट निर्धारित करती है। 2025-26 के लिए योजना में ₹150 करोड़ से अधिक का आवंटन किया गया है, जिससे हजारों बच्चों का जीवन बचाया जा सकेगा।

लाभार्थियों की संख्या और सफलता की कहानियाँ

योजना के तहत अब तक हजारों बच्चों का सफल इलाज किया जा चुका है। जयपुर की 8 वर्षीय राधा, जिसे जटिल हृदय रोग था, योजना के अंतर्गत निःशुल्क सर्जरी द्वारा अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी है। ऐसे ही कई उदाहरण योजना की सफलता को दर्शाते हैं।

क्यों है ये योजना जरूरी?

  • हृदय रोग से पीड़ित गरीब बच्चों को जीवन का अवसर देना
  • स्वास्थ्य सेवा की समानता और पहुंच बढ़ाना
  • समाज में बाल मृत्यु दर को कम करना
  • स्वस्थ भविष्य के लिए निवेश

सरकारी बयान

मुख्यमंत्री का कहना: “हर बच्चे का हक है कि वो स्वस्थ जीवन जिए। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना सिर्फ इलाज नहीं, ये जीवन का उपहार है।”

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q. क्या योजना केवल राजस्थान के लिए है?
हां, यह योजना केवल राजस्थान राज्य के स्थायी निवासियों के लिए है।

Q. क्या निजी अस्पताल में भी इलाज हो सकता है?
हां, अगर वह अस्पताल योजना से सूचीबद्ध है तो वहां इलाज संभव है।

Q. आवेदन कहां जमा करें?
CMHO कार्यालय या योजना से जुड़ी सरकारी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना 2025 गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए आशा की किरण बनकर सामने आई है। यह योजना न केवल बच्चों की जान बचा रही है, बल्कि उनके और उनके परिवारों को आर्थिक बोझ से मुक्ति भी दिला रही है। यदि आपके घर में ऐसा कोई बच्चा है जिसे हृदय रोग है, तो इस योजना का लाभ अवश्य लें और उसके भविष्य को सुरक्षित बनाएं।

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